-
उजागर
Meanings: 16; in Dictionaries: 7
Type: WORD | Rank: 3.190658 | Lang: NA
-
करून करून सवरून उजागर तो उजागर
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.549688 | Lang: NA
-
उजागर करना
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.549688 | Lang: NA
-
उजागर होना
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.549688 | Lang: NA
-
give tongue to
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.2511875 | Lang: NA
-
verbalise
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.2093229 | Lang: NA
-
verbalize
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.2093229 | Lang: NA
-
open
Meanings: 66; in Dictionaries: 15
Type: WORD | Rank: 0.1776164 | Lang: NA
-
express
Meanings: 57; in Dictionaries: 9
Type: WORD | Rank: 0.1674584 | Lang: NA
-
burnished
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.1674584 | Lang: NA
-
lustrous
Meanings: 7; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.1674584 | Lang: NA
-
utter
Meanings: 14; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.1674584 | Lang: NA
-
shine
Meanings: 9; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.1674584 | Lang: NA
-
shining
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.1674584 | Lang: NA
-
shiny
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.1674584 | Lang: NA
-
bright
Meanings: 17; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.1465261 | Lang: NA
-
उजागरीस आणणें
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1095378 | Lang: NA
-
सिन्ध
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.05476889 | Lang: NA
-
सिंध
Meanings: 8; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.03194852 | Lang: NA
-
श्री गणेश चालीसा - दोहा एकदन्त शुभ गज वदन वि...
चालीसा, देवी देवतांची काव्यात्मक स्तुती असून, भक्ताच्या आयुष्यातील सर्व संकटे दूर होण्यासाठी मदतीची याचना केली जाते.
Type: PAGE | Rank: 0.02738445 | Lang: NA
-
उजागरा
Meanings: 9; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.02738445 | Lang: NA
-
संभावित
Meanings: 16; in Dictionaries: 7
Type: WORD | Rank: 0.02738445 | Lang: NA
-
श्री वीरभद्र चालीसा - दोहा- वन्दो वीरभद्र शरणो...
चालीसा, देवी देवतांची काव्यात्मक स्तुती असून, भक्ताच्या आयुष्यातील सर्व संकटे दूर होण्यासाठी मदतीची याचना केली जाते.
Type: PAGE | Rank: 0.01597426 | Lang: NA
-
विनय पत्रिका - हनुमंत स्तुति ९
विनय पत्रिकामे, भगवान् श्रीराम के अनन्य भक्त तुलसीदास भगवान् की भक्तवत्सलता व दयालुता का दर्शन करा रहे हैं।
Type: PAGE | Rank: 0.01597426 | Lang: NA
-
श्री हनुमान चालीसा - श्री गुरु चरण सरोज रज, नि...
चालीसा, देवी देवतांची काव्यात्मक स्तुती असून, भक्ताच्या आयुष्यातील सर्व संकटे दूर होण्यासाठी मदतीची याचना केली जाते.
Type: PAGE | Rank: 0.01369222 | Lang: NA
-
श्री चित्रगुप्त चालीसा - दोहा सुमिर चित्रगुप्त ईश ...
चालीसा, देवी देवतांची काव्यात्मक स्तुती असून, भक्ताच्या आयुष्यातील सर्व संकटे दूर होण्यासाठी मदतीची याचना केली जाते.
Type: PAGE | Rank: 0.01369222 | Lang: NA
-
रामजोशी - सती सुमती गुणवती सुकुल...
रामजोशांनी लिहिलेली कविता मोठी मधुर, अर्थसंपन्न व प्रासअनुप्रासांची पैंजणे घालून ठुमकणारी अशी आहे. शृंगारपर, उपदेशपर व देवदैवतविषयक अशा अनेक प्रकारच्या लावण्या रामजोशांनी लिहिल्या.
Type: PAGE | Rank: 0.01369222 | Lang: NA
-
शिव चालीसा - जय गणेश गिरिजासुवन, मंगल ...
चालीसा, देवी देवतांची काव्यात्मक स्तुती असून, भक्ताच्या आयुष्यातील सर्व संकटे दूर होण्यासाठी मदतीची याचना केली जाते.
Type: PAGE | Rank: 0.01369222 | Lang: NA
-
पार्वती मंगल - भाग १४
पार्वती - मङ्गलमें प्रातःस्मरणीय गोस्वामी तुलसीदासजीने देवाधिदेव भगवान् शंकरके द्वारा जगदम्बा पार्वतीके कल्याणमय पाणिग्रहणका काव्यमय एवं रसमय चित्रण किया है ।
Type: PAGE | Rank: 0.01141019 | Lang: NA
-
सुन्दरकाण्ड - दोहा २१ से ३०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 0.009128149 | Lang: NA
-
अयोध्या काण्ड - दोहा १९१ से २००
गोस्वामी तुलसीदास जीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 0.009128149 | Lang: NA
-
भोलेनाथ महादेव - जय शिव ओंकारा, भज शिव ओंक...
आरती हिन्दू उपासना की एक विधि है Aarti, ãrti, arathi, or ãrati is a Hindu ritual
Type: PAGE | Rank: 0.009128149 | Lang: NA
-
बालकाण्ड - दोहा ३४१ से ३५०
गोस्वामी तुलसीदासने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 0.009128149 | Lang: NA
-
बालकाण्ड - दोहा २८१ से २९०
गोस्वामी तुलसीदासने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 0.009128149 | Lang: NA
-
सिंहासन बत्तिसी - धर्मवती
रंजक कथाएँ बच्चे तथा जवान, बूढेभी बडे चावसे पढते है।
Type: PAGE | Rank: 0.00798713 | Lang: NA
-
कालीतंत्र - महाकौतूहल दक्षिणकाली ह्रदय स्तोत्रम्
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.00798713 | Lang: NA
-
लंकाकाण्ड - दोहा १ से १०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 0.00798713 | Lang: NA
-
बालकाण्ड - दोहा २१ से ३०
गोस्वामी तुलसीदासने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की । संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 0.00798713 | Lang: NA
-
अध्याय २९ वा - श्लोक २६
श्रीकृष्णदयार्णवकृत हरिवरदा
Type: PAGE | Rank: 0.00798713 | Lang: NA
-
लंकाकाण्ड - दोहा ६१ से ७०
गोस्वामी तुलसीदासजीने रामचरितमानस ग्रन्थकी रचना दो वर्ष , सात महीने , छ्ब्बीस दिनमें पूरी की। संवत् १६३३ के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में रामविवाहके दिन सातों काण्ड पूर्ण हो गये।
Type: PAGE | Rank: 0.00798713 | Lang: NA
-
संत श्रीरोहिदासांची पदे - २७ ते ४५
संत रोहिदास (इ.स. १३७६ - इ.स. १५२७) हे मध्ययुगीन भारतातील हिंदू संत होते. यांच्या गुरूंचे नाव रामानंद स्वामी होते. कबीर यांचे समकालीन होत; तर मीराबाई यांच्या शिष्या होत्या.
Type: PAGE | Rank: 0.00798713 | Lang: NA
-
कालीतंत्र - आदि-अंत का रहस्य
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.006846111 | Lang: NA
-
कालीतंत्र - गुरु-पूजा विधि
तंत्रशास्त्रातील अतिउच्च तंत्र म्हणून काली तंत्राला अतिशय महत्व आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.005705093 | Lang: NA
-
प्रेमचंद की कहानियाँ - कफ़न
मुन्शी प्रेमचंद हिन्दी और उर्दू के महानतम भारतीय लेखकों में से एक हैं।
Type: PAGE | Rank: 0.004564074 | Lang: NA